
भारत की वीरांगना कर्नल सोफिया कुरैशी की जुड़वां बहन शायना सुनसारा आज सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं। मिस यूनाइटेड नेशंस समेत कई अंतरराष्ट्रीय ब्यूटी टाइटल अपने नाम करने वाली शायना न केवल अपनी खूबसूरती और साहस के लिए जानी जाती हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के लिए उनके प्रयास भी लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। वडोदरा की इस ‘वंडर वुमन’ की कहानी हर किसी को हैरान और प्रेरित कर रही है। आइए, शायना की इस शानदार यात्रा को विस्तार से जानते हैं।
सौंदर्य और साहस का अनोखा संगम
शायना सुनसारा ने अपनी खूबसूरती और प्रतिभा से दुनिया भर में भारत का नाम रौशन किया है। उन्होंने मिस यूनाइटेड नेशंस जैसे प्रतिष्ठित खिताब के साथ-साथ कई अन्य अंतरराष्ट्रीय ब्यूटी कॉन्टेस्ट में जीत हासिल की है। उनकी हर मुस्कान और आत्मविश्वास ने जजों से लेकर दर्शकों तक को मंत्रमुग्ध कर दिया। लेकिन शायना का व्यक्तित्व केवल बाहरी सौंदर्य तक सीमित नहीं है। उनकी बहन कर्नल सोफिया कुरैशी की तरह, शायना भी साहस और दृढ़ निश्चय की मिसाल हैं।
वडोदरा में जन्मीं शायना और सोफिया ने हमेशा एक-दूसरे को प्रेरित किया। जहां सोफिया ने भारतीय सेना में अपनी जगह बनाकर देश की सेवा की, वहीं शायना ने सौंदर्य, सामाजिक कार्य और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई। दोनों बहनें एक-दूसरे की ताकत हैं, और उनकी यह जोड़ी आज देश के लिए गर्व का विषय है।
पर्यावरण के लिए जुनून
शायना सुनसारा का पर्यावरण के प्रति प्रेम उनकी सबसे बड़ी पहचान है। वह कई गैर-सरकारी संगठनों और अभियानों से जुड़ी हैं, जो पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास को बढ़ावा देते हैं। शायना ने वृक्षारोपण, प्लास्टिक मुक्त भारत, और जल संरक्षण जैसे अभियानों में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया है। उनकी एक पहल, ‘ग्रीन टुमॉरो’, युवाओं को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने और स्थानीय स्तर पर बदलाव लाने के लिए जानी जाती है।
शायना कहती हैं, “हमारा ग्रह हमारा घर है, और इसे बचाना हमारी जिम्मेदारी है। मैं चाहती हूं कि हमारी आने वाली पीढ़ियां भी हरे-भरे जंगल और साफ नदियां देखें।” उनके इस जुनून ने न केवल वडोदरा बल्कि पूरे देश में लोगों को प्रेरित किया है। सोशल मीडिया पर उनके पर्यावरण अभियानों की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं, और लोग उनकी इस मुहिम में शामिल होने के लिए उत्साहित हैं।
वडोदरा की ‘वंडर वुमन’
शायना को उनके गृहनगर वडोदरा में ‘वंडर वुमन’ के नाम से जाना जाता है। उनकी बहुमुखी प्रतिभा, चाहे वह ब्यूटी कॉन्टेस्ट में मंच पर जलवा बिखेरना हो या पर्यावरण के लिए सड़कों पर उतरना, हर किसी को प्रभावित करती है। शायना ने अपने करियर की शुरुआत मॉडलिंग से की थी, लेकिन जल्द ही उन्होंने सामाजिक कार्यों में रुचि दिखाई। उनकी उपलब्धियां केवल व्यक्तिगत नहीं हैं, बल्कि उन्होंने कई युवा लड़कियों को अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया है।
वडोदरा के लोगों का कहना है कि शायना और सोफिया दोनों बहनें शहर का गौरव हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “शायना की मुस्कान और उनकी मेहनत हमें गर्व महसूस कराती है। वह हमारी बेटी की तरह है, जो पूरी दुनिया में वडोदरा का नाम ऊंचा कर रही है।”
सोशल मीडिया पर तहलका
शायना की लोकप्रियता का अंदाजा सोशल मीडिया पर उनकी फैन फॉलोइंग से लगाया जा सकता है। इंस्टाग्राम और ट्विटर पर उनके पोस्ट को लाखों लाइक्स और शेयर मिल रहे हैं। चाहे वह उनकी ब्यूटी कॉन्टेस्ट की थ्रोबैक तस्वीरें हों या पर्यावरण जागरूकता के लिए कोई कैंपेन, हर पोस्ट लोगों का ध्यान खींच रही है। एक यूजर ने लिखा, “शायना आप सच्ची प्रेरणा हैं! खूबसूरती, दिमाग और दिल, सब आपके पास है।”
उनकी बहन कर्नल सोफिया के साथ उनकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं। दोनों बहनों की बॉन्डिंग और एक-दूसरे के लिए सम्मान लोगों के लिए मिसाल बन गया है। शायना ने एक इंटरव्यू में कहा, “सोफिया मेरी सबसे बड़ी ताकत है। हम दोनों अलग-अलग रास्तों पर चल रहे हैं, लेकिन हमारा मकसद एक ही है – देश और समाज की बेहतरी।”
आगे की राह
शायना सुनसारा की कहानी अभी खत्म नहीं हुई है। वह भविष्य में और बड़े पर्यावरण अभियानों और सामाजिक पहलों का हिस्सा बनने की योजना बना रही हैं। इसके अलावा, वह युवाओं के लिए एक मेंटरशिप प्रोग्राम शुरू करने की सोच रही हैं, जिसमें वह लड़कियों को आत्मविश्वास और नेतृत्व के गुण सिखाएंगी। शायना कहती हैं, “मैं चाहती हूं कि हर लड़की अपने सपनों को उड़ान दे, चाहे वह कोई भी क्षेत्र हो।”
उनके प्रशंसक और समर्थक उत्साहित हैं कि शायना भविष्य में और क्या कमाल करती हैं। उनकी मेहनत, साहस और समर्पण ने उन्हें न केवल वडोदरा बल्कि पूरे देश में एक रोल मॉडल बना दिया है।
प्रेरणा का स्रोत
शायना सुनसारा और कर्नल सोफिया कुरैशी की कहानी यह साबित करती है कि सच्ची मेहनत और लगन से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। जहां सोफिया देश की सीमाओं की रक्षा कर रही हैं, वहीं शायना पर्यावरण और सामाजिक बदलाव के लिए लड़ रही हैं। इन दोनों बहनों की जोड़ी आज हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है।