
18 जुलाई 2025: उत्तराखंड के स्कूलों में सुबह की प्रार्थना में बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा…अब यहां स्कूल के बच्चों को श्रीमद् भागवत गीता के श्लोक सिखाए जाएंगे। इसे लेकर उत्तराखंड की राज्य सरकार ने आदेश जारी कर दिया है।
उत्तराखंड के सभी सरकारी स्कूलों में अब श्रीमद् भागवत गीता के श्लोक सिखाए जाएंगे।
उत्तराखंड के शिक्षा विभाग के मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार को आदेश जारी कर कहा कि सभी सरकारी स्कूलों में सुबह की प्रार्थना के समय श्रीमद् भागवत गीता के श्लोक पढ़ने और सिखाने हेतु आदेश जारी किया है।
उत्तराखंड की शिक्षा विभाग ने मुख्यमंत्री के साथ एक अहम फैसला लिया है और उसका असर बहुत ही जल्द राज्य के 17 हजार सरकारी स्कूलों में देखने को मिलेगा। दरअसल शिक्षा विभाग की एक समीक्षा बैठक हुई और उस बैठक में राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले में फैसला लिया। उत्तराखंड की राज्य सरकार के इस फैसले से मदरसा बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष मुफ्ती शमून काजमी ने राज्य सरकार के इस फैसले की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तराखंड लगातार अग्रिम राज्य बनने की ओर बढ़ रहा है। खुशी की खबर है कि विद्यालयों में पाठ्यक्रम के अंदर श्रीमद्भागवत गीता पढ़ाई जाएगी
मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती समूह काजमी ने फैसले का किया स्वागत:
मदरसा बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष मुफ्ती शमून काजमी ने राज्य सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत गीता एक पवित्र ग्रंथ है ,जिसमें अर्जुन को भगवान कृष्ण द्वारा ज्ञान दिया गया है। यह एक ऐसा ज्ञान है जो व्यक्ति के जीवन पर्यंत काम आता है। अब से राज्य के सभी स्कूलों में भगवत गीता पढ़ाई जाएगी जिससे लोग इससे लाभान्वित हो सके।
उन्होंने कहा कि इससे लोगों के अंदर भाईचारा स्थापित होगा । मदरसे में भी संस्कृत पढ़ाने के लिए निर्णय लिए गए हैं । जिन लोगों ने हमारे बीच दूरियां पैदा की है। इससे यह दूरियां कम होगी।
भगवान श्री राम और श्री कृष्ण के जीवन को लोगों तक पहुंचना हर भारतवासी के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तराखंड लगातार अग्रिम राज्य बढ़ने की ओर अग्रसर है । विद्यालयों में श्रीमद् भागवत गीता के श्लोक पढाना, सिखाना एक खुशी की खबर है, और यह आदेश स्वागत योग्य है।