विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से लिया संन्यास: जानिए इसके पीछे की पूरी कहानी


12 मई 2025 को विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर अपने सुनहरे करियर के एक अध्याय को विराम दे दिया. 36 वर्षीय कोहली यदि 1-2 साल और खेलते, तो वे टेस्ट क्रिकेट में भारत के तीसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन सकते थे, लेकिन उन्होंने रिकॉर्ड की परवाह किए बिना संन्यास का फैसला लिया.

रिकॉर्ड्स से परे विराट का फैसला:
विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट में भारत के चौथे सबसे सफल बल्लेबाज थे. उन्होंने कुल 8694 रन बनाए. यदि वे कुछ और समय तक खेलते, तो 10 हज़ार रन का आंकड़ा पार कर भारत के टॉप-3 स्कोरर में शामिल हो सकते थे.
सचिन तेंदुलकर ने 36 की उम्र के बाद 9 टेस्ट शतक लगाए और 40 की उम्र तक खेलते रहे. लेकिन विराट ने अपने करियर को उस मुकाम तक खींचने की बजाय शालीन विदाई को चुना.उन्होंने 2019 में अपना 27वां और अंतिम टेस्ट शतक लगाया था. इसके बाद कोरोना महामारी ने विश्व क्रिकेट पर असर डाला और विराट का फॉर्म भी गिरता चला गया.
कोरोना के बाद खराब फॉर्म बना संन्यास की वजह:
2019 तक विराट कोहली ने लगभग 55 की औसत से 7202 रन बनाए थे, लेकिन अगले 5 सालों में उनका प्रदर्शन काफी गिरा. उन्होंने 39 टेस्ट में मात्र 2028 रन बनाए, औसत रहा सिर्फ 31 का. इन 5 वर्षों में उनके बल्ले से केवल 3 शतक निकले.
कोरोना के बाद की पिचें गेंदबाजों के लिए ज्यादा अनुकूल हो गईं, जिससे बल्लेबाजों को रन बनाना मुश्किल हो गया. हालांकि विराट का औसत 32.09 रहा, जो उस दौरान विश्व के अन्य टॉप-7 बल्लेबाजों (29.87 औसत) और टीम इंडिया के अन्य बल्लेबाजों (31.15 औसत) से बेहतर था. लेकिन कोहली खुद से जो उम्मीद करते थे, उस पर वे खरे नहीं उतर पाए.
उनकी अंतिम तीन सीरीज – बांग्लादेश, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में भी वे रंग में नहीं दिखे. केवल एक अर्धशतक और एक शतक ही उनके नाम रहा. आखिरी टेस्ट उन्होंने 3-5 जनवरी 2025 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेला और मई 2025 में संन्यास की घोषणा कर दी.

गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद बदला माहौल:
अगस्त 2024 में गौतम गंभीर को टीम इंडिया का मुख्य कोच बनाया गया. उन्होंने आते ही ‘स्टार कल्चर’ खत्म करने की बात कही. उनका मानना था कि टीम की जीत ही प्राथमिकता होनी चाहिए, न कि व्यक्तिगत रिकॉर्ड.
गंभीर के कोच बनने के बाद BCCI ने खिलाड़ियों के लंबे टूर पर परिवार के साथ ज्यादा समय बिताने पर रोक लगा दी, जिससे रोहित शर्मा, विराट कोहली और अन्य सीनियर खिलाड़ी नाराज़ हो गए. इसी दौर में भारत ने न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया से सीरीज गंवाई, जिसके बाद रविचंद्रन अश्विन, रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टेस्ट से संन्यास ले लिया.
कोच दामोदर शर्मा ने इस विषय में कहा, “ODI कप्तान रोहित शर्मा ने 7 मई को टेस्ट से संन्यास लिया. उसके 5 दिन बाद ही विराट कोहली ने भी विदाई ले ली. ये पहली बार नहीं हुआ, जब दोनों ने एक ही फॉर्मेट से साथ में संन्यास लिया.
जब 29 जून 2024 को भारत ने T20 वर्ल्ड कप जीता, तब फाइनल के प्लेयर विराट कोहली ने T20 से संन्यास लिया और थोड़ी ही देर में रोहित शर्मा ने भी ऐसा ही किया. इससे साफ है कि दोनों खिलाड़ी एक-दूसरे के फैसलों से प्रभावित होते रहे हैं.

संन्यास के बाद भी विराट कोहली रहेंगे यादगार:
विराट कोहली का टेस्ट करियर भले ही अब समाप्त हो गया हो, लेकिन उनकी उपलब्धियां, जुनून और क्रिकेट के प्रति समर्पण हमेशा भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के दिल में जीवित रहेंगे.
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