
मदुरै में रात को पहुंचे शाह. कोर कमेटी और कार्यकर्ताओं से करेंगे संवाद
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 07 जून 2025 की देर रात तमिलनाडु के मदुरै शहर में कदम रखा. उनका यह दौरा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने और राज्य में पार्टी की रणनीति को नई दिशा देने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण माना जा रहा है. शाह इस दौरान बीजेपी की तमिलनाडु राज्य कोर कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करेंगे और पार्टी के विभिन्न स्तरों के पदाधिकारियों के साथ संवाद स्थापित करेंगे. यह दौरा तमिलनाडु में बीजेपी के प्रभाव को बढ़ाने और कार्यकर्ताओं में नया जोश भरने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
अमित शाह का यह दौरा बीजेपी के लिए रणनीतिक रूप से अहम है. देर रात मदुरै पहुंचने के बाद उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा कि वह तमिलनाडु बीजेपी के उत्साही कार्यकर्ताओं से मिलने और विभिन्न संगठनात्मक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए उत्साहित हैं. रविवार को वह राज्य कोर कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करेंगे. इस बैठक में तमिलनाडु में पार्टी की स्थिति, भविष्य की रणनीति और आगामी योजनाओं पर चर्चा होगी. इसके अलावा शाह राज्य, जिला और मंडल स्तर के बीजेपी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करेंगे. इस मुलाकात का उद्देश्य जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाना और संगठन को और मजबूत करना है.
अपने व्यस्त कार्यक्रम के बीच अमित शाह मदुरै के प्रसिद्ध मीनाक्षी अम्मन मंदिर में दर्शन करने भी जाएंगे. यह मंदिर तमिलनाडु की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान का प्रतीक है. उनके इस दौरे को स्थानीय स्तर पर लोगों से जुड़ने और सांस्कृतिक महत्व को रेखांकित करने के प्रयास के रूप में भी देखा जा रहा है. मंदिर दर्शन के बाद वह पार्टी के कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से हिस्सा लेंगे.
तमिलनाडु में बीजेपी लगातार अपनी पैठ बढ़ाने की कोशिश कर रही है. अमित शाह का यह दौरा पार्टी की इसी रणनीति का हिस्सा है. हाल के वर्षों में बीजेपी ने राज्य में अपनी गतिविधियों को तेज किया है और स्थानीय मुद्दों को उठाकर जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास किया है. शाह की यह यात्रा कार्यकर्ताओं को संगठित करने और पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है. उनके दौरे से तमिलनाडु में बीजेपी की संगठनात्मक शक्ति को और बल मिलने की उम्मीद है.
इस दौरे के दौरान होने वाली बैठकों में बीजेपी की आगामी रणनीति पर भी विचार-विमर्श होगा. तमिलनाडु में क्षेत्रीय दलों का दबदबा रहा है, लेकिन बीजेपी अपनी रणनीति के जरिए इस समीकरण को बदलने की कोशिश में है. शाह का यह दौरा न केवल संगठन को मजबूत करने बल्कि स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं को एकजुट करने में भी मददगार साबित हो सकता है.
कुल मिलाकर, अमित शाह का यह दौरा तमिलनाडु में बीजेपी के लिए एक नई शुरुआत का संकेत देता है. कार्यकर्ताओं से संवाद और कोर कमेटी की बैठक के जरिए पार्टी राज्य में अपनी स्थिति को और मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ा रही है.