
जाको रखे सैंया मार सके ना कोई
एमपी के खरगोन जिले के बिस्टान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के औषधि वितरण कक्ष की छत का प्लास्टर गिरा। इसमें स्वास्थ्य कर्मी बाल-बाल बचे। औषधि वितरण कक्ष में दवाइयों और वस्तुओं को नुकसान हुआ। दो वर्ष पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने की घोषणा की गई थी, लेकिन काम शुरू नहीं हुआ है।
एमपी के खरगोन जिले में एक स्वास्थ्य केंद्र में बड़ा हादसा होते-होते टल गया। बिस्टान में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की छत का प्लास्टर अचानक गिर गया। इस घटना में दवाइयां बांट रहे तीन कर्मचारी बाल-बाल बच गए। प्लास्टर गिरने से कुछ दवाइयों और सामान का नुकसान हुआ है। अधिकारियों को पहले ही भवन की मरम्मत के लिए कहा गया था। दो साल पहले इसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बदलने की घोषणा हुई थी, लेकिन काम शुरू नहीं हुआ है।
यह घटना बिस्टान के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई। औषधि वितरण कक्ष में प्लास्टर गिरने से अफरा-तफरी मच गई। उस समय ड्रेसर सखाराम करौंदे, वार्ड बॉय अरविंद भावसार और कुछ अन्य लोग वहां मौजूद थे। वे दवाइयां बांटने का काम कर रहे थे। अचानक छत से प्लास्टर का एक बड़ा हिस्सा नीचे गिर गया।
ड्रेसर सखाराम करौंदे ने बताया कि प्लास्टर अचानक गिरना शुरू हो गया। प्लास्टर गिरने से कुछ दवाइयों, बाल्टी और डिब्बों को नुकसान पहुंचा है। हालांकि, किसी भी कर्मचारी को चोट नहीं आई है। यह एक बड़ी राहत की बात है। मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर शुभम गुप्ता ने बताया कि उन्होंने पहले भी उच्च अधिकारियों को भवन की हालत की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा कि भवन की हालत खराब है और इसकी मरम्मत जरूरी है।
दो साल पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बदलने की घोषणा की थी। सांसद गजेंद्र सिंह पटेल ने इसके लिए मांग की थी। लेकिन, अभी तक इस पर कोई काम शुरू नहीं हुआ है। स्वास्थ्य केंद्र की हालत जस की तस बनी हुई है।