
JDU एमएलसी बने मुगल शासक के भक्त BJP ने की कार्रवाई की मांग
मुगल शासक औरंगजेब की तारिफ कहने के चलते समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी के महाराष्ट्र विधानसभा से निलंबित होने के बाद यह युद्ध अब बिहार पहुंच गया है। बिहार में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार चला रही जेडीयू के एमएलसी ने भी औरंगजेब के समर्थन में बयान दिया है। खालिद अनवर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बदकिस्मती है हमारे देश की राजनीति की पार्लियामेंट में एकेडमिक डिस्कशन हो रहा है। अगर कोई सिनेमा बन रहा है, कोई आर्टिकल लिख रहा है तो यह शैक्षणिक चर्चा है। औरंगजेब के बारे में लोगों के विजन अलग हैं। बड़े इतिहासकार जो भी हुए हैं, उन्होंने कहा है कि औरंगजेब एक अच्छा शासक रहा है। उसको जिस तरह से जालिम बताया जाता है, वह उतन जालिम नहीं था। बल्कि एक लॉबी है जो उनको जालिम बताने की कोशिश कर रही है। यह एक एकेडमिक डिस्कशन है, यह पार्लियामेंट के फ्लोर पर डिस्कशन नहीं हो सकता है। न ही किसी पॉलिटिकल जलसे में भी नहीं हो सकता है।’एजेंडा के तहत औरंगजेब को बदनाम किया जाता है’ उन्होंने आगे कहा कि एकेडमिक डिस्कशन को उसके अपनी जगह पर रहने देना चाहिए। औरंगजेब के बारे में दुष्प्रचार करके कोई राजनीतिक दल क्या हासिल करन चाहती है ये समझ में नहीं आत है। एक राजा था जो चला गया। आप राजा हैं, हम राज हैं, हमें ये बताने की जरूरत है कि हम देश को क्या देने जा रहे हैं। इसका केवल एक ही मकसद है, समाज में दूरियां बढ़ाना, खाई पैदा करना। दो समज के बीच में नफरत बांटने की कोशिश करना। अगर किसी जमाने में किसी राजा ने किसी दूसरे राजा पर हमला किया तो किस रूप में लेंगे। राजा तो राजा होता है ना, उसका कोई धर्म नहीं होता है। उसको बताकर आप धार्मिक उन्माद ही फैलाना चाहते हैं। पहले तो इस तरह की चीजों से बचन चाहिए। अगर पार्लियामेंट में एकेडमिक डिस्कशन हो रहा है तो उसपर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। जेडीयू एमएलसी ने कहा कि महाराष्ट्र में चल रही एनडीए की सरकार में हमारा का कोई स्टेक नहीं है। हमारी सरकार बिहार में है। हम लोग और हमारी सरकार इस तरह के डिस्कशन को प्रमोट करते हैं। हम लोग ओपन मइंड के लोग हैं। अगर कोई इस तरह के विषयों पर एकेडमिक डिस्कशन करना चाहता है तो वह स्वतंत्र है।