दिल्ली में मोहल्ला बसों की होने वाली है शुरुआत

नए नाम के साथ नई बसों का शुभारंभ

दिल्ली में छोटी इलेक्ट्रिक बसें जल्द ही सड़कों पर दौड़ती नजर आएंगी। पिछली सरकार ने मोहल्ला बस योजना के तहत इन बसों को खरीदा था। अब नई सरकार इन्हें नए नाम से चलाने जा रही है। परिवहन विभाग के सूत्रों के अनुसार, सरकार मोहल्ला बस योजना का नाम बदलने पर विचार कर रही है…
पिछले कई महीनों से डिपो में खड़ी छोटे आकार वाली इलेक्ट्रिक बसों का सड़कों पर उतरने का इंतजार अब जल्द ही खत्म होने जा रहा है। दिल्ली की पिछली सरकार ने मोहल्ला बस स्कीम के तहत चलाने के लिए जो 9 मीटर लंबाई वाली छोटी साइज की इलेक्ट्रिक बसें खरीदी थीं, उन्हें अब नई सरकार जल्द ही सड़कों पर उतारने जा रही है, वो भी एक नए नाम के साथ।

परिवहन विभाग के सूत्रों से पता चला है कि दिल्ली सरकार मोहल्ला बस योजना का नाम बदलकर किसी नए नाम से इन छोटी बसों का परिचालन शुरू करने वाली है। इसके लिए कई सारे नामों का प्रस्ताव मिला है, जिसमें से कुछ पर विचार किया जा रहा है। इसपर अंतिम फैसला मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री लेंगे। प्रस्तावित नामों में नमो बस सेवा, अंत्योदय बस सर्विस, सक्षम बस सेवा जैसे नाम शामिल हैं। सूत्रों का कहना है कि एक-दो दिन के अंदर नए नाम का ऐलान करके घोषणा की जा सकती है कि ये बसें कब से शुरू होंगी। सरकार का प्रयास है कि इस महीने के अंत तक या अगले महीने तक ये बसें सड़कों पर उतर जाएं। इसी सिलसिले में मंगलवार को परिवहन मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने बस निर्माता कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक भी की थी, जिसमें इन बसों के परिचालन की राह में आ रही रुकावट को दूर करने का रास्ता निकाला गया।
सूत्रों के मुताबिक, तीनों बस निर्माता कंपनियों जेबीएम, पीएमआई और स्विच मोबिलिटी को लिखित में यह अंडरटेकिंग देनी होगी कि वे 6 महीने के अंदर आई कैट और एआरएआई जैसी एक्सपर्ट एजेंसियों के माध्यम से अपनी बसों की जांच करवा के और सर्टिफिकेशन की प्रक्रिया को पूरी करके सभी जरूरी डॉक्युमेंट्स ट्रांसपोर्ट विभाग को सबमिट कर देंगी। माना जा रहा है कि कंपनियां अगले कुछ दिनों में ये अंडरटेकिंग दे सकती हैं, जिसके बाद परिवहन विभाग भी जल्द से जल्द बाकी औपचारिकताएं पूरी करके बसों को चलाने की अनुमति दे देगा। सभी हितधारकों ने इस प्रस्ताव पर अपनी सहमति दे दी है।

मीटिंग में यह भी तय हुआ है कि मोहल्ला बस स्कीम का नाम जरूर चेंज किया जाएगा, लेकिन बसों का रंग नहीं बदला जाएगा। केवल नए नाम के हिसाब से उनपर नई तरह की ब्रैंडिंग की जाएगी। साथ ही, बसों के डिस्प्ले और रूटों के नाम में भी जरूरी बदलाव किए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि 9 मीटर आकार वाली 300 इलेक्ट्रिक बसें कुशक नाला डिपो पर खड़ी हैं। इनमें से 150 बसें बिल्कुल रेडी कंडीशन में हैं और उन्हें 10 दिन के अंदर सड़कों पर उतारा जा सकता है। बाकी बसों का रजिस्ट्रेशन और अन्य काम चल रहे हैं। पिछले साल जुलाई में प्रोटोटाइप इंस्पेक्शन के बाद अगस्त से ये बसें आनी शुरू हुई थीं।

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