
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान पर निशाना साधा. उन्होंने इस हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता का आरोप लगाया और इसे कायरतापूर्ण कृत्य करार दिया. जवाब में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने भारत के दावों को खारिज करते हुए कड़ा बयान जारी किया. शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ है और भारत के आरोप आधारहीन हैं. उन्होंने इस हमले को लेकर भारत की ओर से लगाए गए इल्जामों को राजनीति से प्रेरित बताया.
शाहबाज शरीफ ने अपने बयान में जोर दिया कि पाकिस्तान ने हमेशा आतंकवाद के सभी रूपों का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभा रही है. शरीफ ने भारत से अपील की कि वह बिना सबूत के आरोप लगाने के बजाय ठोस तथ्य पेश करे. उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के बयान दोनों देशों के बीच तनाव को बढ़ाने का काम करते हैं, जो क्षेत्रीय शांति के लिए हानिकारक है.
इस मुद्दे ने सोशल मीडिया पर भी जोर पकड़ा है. कुछ लोगों ने शाहबाज शरीफ के बयान को पाकिस्तान की रक्षा के रूप में देखा, जबकि अन्य ने इसे भारत के खिलाफ जवाबी हमला माना. एक पोस्ट में दावा किया गया कि शरीफ ने भारत के कदम को शर्मनाक बताया और युद्ध की धमकी दी, हालांकि यह आधिकारिक बयान का हिस्सा नहीं था. यह विवाद दोनों देशों के बीच पहले से मौजूद तनाव को और उजागर करता है, खासकर आतंकवाद के मुद्दे पर.
पहलगाम हमले और इसके बाद दोनों देशों के नेताओं के बयानों ने एक बार फिर भारत-पाक संबंधों की जटिलता को सामने लाया है. शरीफ ने अपने बयान में क्षेत्रीय स्थिरता पर जोर देते हुए कहा कि दोनों देशों को बातचीत के जरिए मतभेद सुलझाने चाहिए. दूसरी ओर, भारत ने हमले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान भी खींचा है, जो दोनों देशों से संयम बरतने की अपील कर रहा है. यह मुद्दा आने वाले दिनों में और गर्माने की संभावना है, क्योंकि दोनों पक्ष अपने-अपने रुख पर अडिग हैं.