
‘कानून अपना काम करेगा’
नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। इस बीच, केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने साफ कहा, “कानून अपना काम करेगा, कोई भी इससे ऊपर नहीं है।” उनके इस बयान ने कांग्रेस और बीजेपी के बीच चल रही तीखी बयानबाजी को और हवा दे दी है। आइए जानते हैं, इस विवाद की पूरी कहानी और रेड्डी के बयान के मायने!
नेशनल हेराल्ड केस: क्या है मामला?
नेशनल हेराल्ड केस में ED ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए गए हैं। यह मामला यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड और नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़ा है। ED का दावा है कि इस केस में वित्तीय अनियमितताएं हुई हैं। इस कार्रवाई ने कांग्रेस को बैकफुट पर ला दिया है, जबकि बीजेपी इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई बता रही है।
रेड्डी का तीखा तंज: ‘कानून सबके लिए बराबर’
केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “ED एक स्वतंत्र संस्था है, और कानून अपना काम करेगा। चाहे कोई कितना भी बड़ा हो, कानून से कोई नहीं बच सकता।” उनके इस बयान को बीजेपी की ओर से कांग्रेस पर निशाना साधने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। रेड्डी ने यह भी जोड़ा कि यह कार्रवाई राजनीतिक बदले की भावना से नहीं, बल्कि पारदर्शिता के लिए है।
कांग्रेस का पलटवार: ‘राजनीतिक साजिश’
कांग्रेस ने इस कार्रवाई को ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ करार दिया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि ED को बीजेपी की कठपुतली बनाकर विपक्ष को निशाना बनाया जा रहा है। कांग्रेस नेताओं ने सोनिया और राहुल के खिलाफ इस कार्रवाई को ‘बदले की राजनीति’ बताया और कहा कि यह केंद्र सरकार की हताशा का सबूत है।
सोशल मीडिया पर छिड़ी जंग
रेड्डी के बयान के बाद सोशल मीडिया पर बीजेपी और कांग्रेस समर्थकों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। जहां बीजेपी समर्थक इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई बता रहे हैं, वहीं कांग्रेस समर्थकों का कहना है कि यह लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश है। कुछ यूजर्स ने कोर्ट के हालिया फैसले का हवाला दिया, जिसमें सोनिया और राहुल को नोटिस जारी करने से इनकार किया गया, इसे कांग्रेस की जीत बताया।
क्या है अगला कदम?
ED की इस कार्रवाई और रेड्डी के बयान ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासी माहौल को और गरमा दिया है। अब सभी की नजरें इस बात पर हैं कि कोर्ट में इस केस का क्या मोड़ आता है। क्या यह मामला कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी करेगा, या बीजेपी को उल्टा पड़ जाएगा? यह समय बताएगा, लेकिन फिलहाल यह विवाद सुर्खियों में बना हुआ है।